NEET UG Re Exam Big News: नीट यूजी की परीक्षा पूरे देश भर में 4 मई को आयोजित करवाया गया और नीट यूजी की परीक्षा दोबारा कराया जाने हेतु छात्र सुप्रीम कोर्ट जा चुके हैं और सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से छात्रों की मांग स्वीकार किया गया और सुनवाई किए जाने को कहा गया अगले सप्ताह इस विवाद पर सुप्रीम कोर्ट की बेंच के माध्यम से सुनवाई किया जाएगा और 14 जुलाई को मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के इंदौर बेंच के माध्यम से द्वारा परीक्षा कराई जाने हेतु याचिका को खारिज किया गया था। जो कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने सभी 75 छात्रों का जो रिजल्ट है वह घोषित किया था इन सभी छात्रों का जो रिजल्ट है मुख्य रिजल्ट के समय रोका गया था अब इस आदेश के खिलाफ सभी सुप्रीम कोर्ट गए हैं और सुप्रीम कोर्ट ने उनकी मांग को स्वीकार करते हुए इस याचिका की सुनवाई करने को कहा है और फैसला देने को सुप्रीम कोर्ट ने कहा है।
कोर्ट ने इन सभी छात्रों के रिजल्ट पर लगाई थी रोक
आपको बता दिया जाता है इस वर्ष नीट यूजी परीक्षा 4 मई को आयोजित किया गया था परीक्षा के दौरान इंदौर के परीक्षा केंद्र पर बच्चों के द्वारा शिकायत किया गया था और परीक्षा के दौरान आंधी व तूफान की वजह से लाइट चला गया था और उन्हें परीक्षा अंधेरे में देना पड़ा था जिसके बाद उनका पेपर खराब हुआ था और छात्रों ने हाई कोर्ट में अपील किया था इसके उनके सेंटर हेतु नीट का पेपर दोबारा कराया जाए लेकिन कोर्ट ने उनका रिजल्ट रोक दिया था और बाकी सभी छात्रों का रिजल्ट जारी किए जाने का आदेश दिया था जिसके बाद नेेशनल टेस्टिंग एजेंसी के द्वारा 14 जून को नीट यूजी के रिजल्ट को घोषित किया गया और इसके बाद हाई कोर्ट की तीन जजों की पीठ में छात्रों के मामले में एग्जाम कराए जाने से इनकार भी किया गया था अब यह याचिका सुप्रीम कोर्ट में गई है और इस याचिका की सुनवाई अगले हफ्ते होने वाली है।
इस सरकारी स्कूल के केंद्र में मोमबत्ती से हुई थी परीक्षा
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के द्वारा पहली बार सरकारी विद्यालयों को एग्जाम सेंटर बनाया गया था और पावर बैकअप का किसी प्रकार का इस एग्जाम सेंटर में इंतजाम नहीं था। पिछले वर्ष में विवाद की वजह से इस वर्ष सरकारी स्कूलों को केंद्र बनाए जाने का निर्देश दिया गया था। इसके पहले प्राइवेट विद्यालय व कंप्यूटर लैब को एग्जाम सेंटर इसके लिए चयन किया जाता था एग्जाम के दौरान ही बीच में तेज बारिश व आंधी आई और करीब 3:30 पर बिजली गुल हो गई। जिसके बाद कोई बैकअप का इंतजाम स्कूल के पास नहीं था और कमरे में काफी अंधेरा हुआ था और कैंडिडेट्स को इस स्थिति में एग्जाम दे रहे थे और 4:30 पर केंद्र पर मोमबत्ती जलाकर छात्रों ने परीक्षा दिया इस पूरे मामले पर अब सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होने वाली है छात्रों को यह उम्मीद है कि उन्हें फिर से परीक्षा दोबारा देने का अवसर मिल सकता है।