UP Employees DA Hike: यूपी के कर्मचारी व पेंशनर्सं हेतु रक्षाबंधन से पहले ही काफी बड़ी सौगात दिए जाने की तैयारी है। कर्मचारियों हेतु महंगाई भत्ते को लेकर एक अच्छी खबर मिलने वाली है। अब मार्च की महंगाई भत्ते की बढ़ोतरी के साथ सातवें वेतन आयोग के तहत एक और महंगाई भत्ता कर्मचारियों को दिया जाने वाला है। आईए जानते हैं कि इस बार उत्तर प्रदेश के कर्मचारियों का कितना महंगाई भत्ता बढ़ाने वाला है।
सरकार के द्वारा वर्ष में दो बार महंगाई भत्ते की बढ़ोतरी का ऐलान करती है अब मार्च की महंगाई भत्ते बढ़ाने के साथ ही रक्षाबंधन 2025 से पहले योगी सरकार के माध्यम से महंगाई भत्ते में बढोत्तरी हेतु ऐलान कर सकती है। इस बढ़ोतरी के बाद राज्य सरकार के 16 लाख कर्मचारियों को काफी बड़ी राहत मिलेगी। जुलाई 2025 में कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में कितना बढ़ोतरी हो सकता है कर्मचारियों में सवाल बना हुआ है।
इतना फ़ीसदी कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाने की संभावना
अगर महंगाई भत्ते के ताजा आंकड़ों पर गौर किया जाए तो केंद्र सरकार के कर्मचारियों का महंगाई भत्ते में जुलाई 2025 में 3% से लेकर 4% बढ़ोतरी का संभावना है। इससे देश के करोड़ों केंद्र सरकार के कर्मचारियों को काफी बड़ी राहत मिलने जा रही है। केंद्रीय सरकार को यह महंगाई भत्ता मिलने के पश्चात ही प्रदेश के कर्मचारियों को भी इसका तुरंत लाभ अब मिल सकता है। प्रदेश के कर्मचारियों को इस बड़े महंगाई भत्ते से बढ़ती महंगाई से जूझने में काफी मदद मिलता है अभी फिलहाल प्रदेश के कर्मचारियों का मंजूरदा महंगाई भत्ता रेट 55 फीसदी है।
जानिए AICPI-IW इंडेक्स के आंकड़े
महंगाई भत्ते के आंकड़े ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स फॉर इंडस्ट्रियल वर्कर्स के आधार पर तय किया जाता है। इसके द्वारा ही महंगाई भत्ते की गणना किया जाता है AICPI इंडेक्स देश के कुल 88 औद्योगिक केन्द्रों के 317 बाजारों से जुटाए रिटेल कीमतों के आधार पर जारी किया जाता है। बता दिया जाता है इसकी जानकारी हर महीने श्रम और रोजगार मंत्रालय से जुड़े श्रम ब्यूरो की ओर से दिया जाता है। मजदूर हेतु महंगाई कितनी बड़ी और कितना कम हुआ है इसी के आधार पर यह तय कर दिया जाता है कि महंगाई भत्ते में कितने फ़ीसदी की बढ़ोतरी किया जा सकता है।
इस प्रकार से होता है महंगाई भत्ते का कैलकुलेशन
आंकड़ों पर गौर किया जाए तो मार्च 2025 में महंगाई का है वह एआईसीपीआई 143 पर था जो कि मई तक बढ़ते हुए यह 144 पर पहुंच चुका था और उस हिसाब से महंगाई भत्ते में 3 से 4 फ़ीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिल सकता है। आप सभी की जानकारी के लिए बता दिया जाता है कि सरकार पिछले 12 महीना के एआईसीपीआई के औसत वेतन आयोग के तहत फार्मूले के आधार पर महंगाई भत्ते की गणना किया जाता है।
जुलाई में इतने फ़ीसदी बढ़ सकता है महंगाई भत्ता
वर्तमान समय में में देखा जाए तो मई 2025 तक का इसी डाटा भी जारी नहीं किया गया फिर भी महंगाई को यहां पर देखते हुए इसे मोटे तौर पर एक अनुमान यहां पर लगाया जा रहा है। यहां पर यह कहना है कि कृषि और ग्रामीण श्रमिकों हेतु रिटेल महंगाई में 2025 में कम होगा। 2.84 परसेंट हुआ 2.97 पर्सेंट रह गया है जो कि अप्रैल में यह 3.5% से यहां पर अधिक है CPI-AL और CPI-RL दोनों मामूली रूप से यह काम होकर 1305 व 1319 अंक यहां पर आ गया है। जो कि ग्रामीण मुद्रा स्फीति में गिरावट को यहां पर शो करता है। आने वाले महीना में अगर एआईसीपीआई के आंकड़े स्थिर रहते हैं तो सरकार महंगाई भत्ते में तीन से चार फ़ीसदी तक के बढ़ोतरी का ऐलान कर सकता है जो कि वर्तमान में 55 फीसदी से यह बढ़कर 58 या फिर 59 फ़ीसदी हो सकता है यह तभी पता चल पाएगा जब फाइनल जून के एआईसीपीआई के आंकड़े जारी होंगे।