UP Primary School Merger News: उत्तर प्रदेश में प्राथमिक विद्यालयों के विलय मामले में फिर से एक बार सुनवाई आज होने वाली है और प्राथमिक विद्यालय के विलय मामले में एकल पीठ के फैसले को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में दो न्यायाधीशों की खंडपीठ में विशेष अपील दाखिल की गई है और चुनौती दिया गया है। मुख्य न्यायमूर्ति अरुण भंसाली और न्यायमूर्ति जसप्रीत सिंह की खंडपीठ के समय से 22 जुलाई को इन अपीलों पर सुनवाई किया जाएगा और 22 जुलाई को काफी महत्वपूर्ण दिन प्राथमिक विद्यालयों के विलय के संबंध में होने वाला है और आज उत्तर प्रदेश के सभी शिक्षकों बच्चों में उनके विभागों की नजरे आज की सुनवाई पर टिकी हुई है। क्योंकि ऐसा बहुत से बच्चे पूरे प्रदेश में हैं अगर विद्यालय विलय होता है तो वहां बच्चे किस प्रकार विद्यालय जाएंगे उनकी शिक्षा प्रभावित होगी यह सभी मुद्दों को देखते हुए सभी की नजरे आज की सुनवाई पर टिकी हुई है।
पांच बच्चों व 17 बच्चों ने पहली बार दूसरी अपील दाखिल की
जैसे कि अपील कर्ता के अधिवक्ता गौरव मेहरोत्रा के द्वारा बताया गया कि पहले जो विशेष अपील है वह पांच बच्चों के द्वारा दया की गई है और दूसरी जो है। 17 बच्चों ने अपने अभियानों के जरिए जारी किया दाखिल किया है इनमें एकल पीठ के विद्यालयों के विलय में एकल पीठ द्वारा बीती 7 जुलाई को दिए गए फैसले को रद्द किए जाने का आगरा किया गया है। इससे पहले बीती 7 जुलाई को स्कूलों के विले मामले में राज्य सरकार को काफी बड़ी राहत दिया गया था। एकल पीठ के द्वारा प्राथमिक विद्यालयों के विलय आदेश को चुनौती दिए जाने वाली दोनों यात्रियों को खारिज किया गया था।
न्यायमूर्ति पंकज भाटिया कि अगर पीठ के द्वारा यह फैसला सीतापुर के प्राथमिक को उच्च प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले 51 बच्चों समेत एक अन्य याचिका पर दिया था। जिसमें बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा बीती 16 जून को जारी उस आदेश को चुनौती देकर रद्द किए जाने का यहां पर आग्रह किया गया था जिसमें प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों की संख्या के आधार पर उच्च प्राथमिक या फिर कंपोजिट विद्यालय में विलय किए जाने का प्रावधान किया गया था।
आज दो न्यायाधीशों की खंडपीठ करेगी सुनवाई
उत्तर प्रदेश प्राथमिक विद्यालयों के विलय मामले में आज दो न्यायाधीशों की पीठ सुनवाई करेगी आपको बता दिया जाता है कि दो न्यायाधीश की सुनवाई के दौरान आज का दिन काफी महत्वपूर्ण होने वाला है और आदेश भी जारी हो सकता है हो सकता है कि एकल पीठ के आदेश को डबल बेंच के द्वारा रद्द कर दिया जाए या फिर एकल पीठ के फैसले को डबल बेंच भी मान ले कुछ भी हो सकता है और सभी की नजरे इसलिए लखनऊ खंडपीठ की डबल बेंच पर टिकी हुई है क्योंकि आज की सुनवाई काफी महत्वपूर्ण है और कई मायनो से यह सुनवाई महत्वपूर्ण होने वाली है।